Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव आयोग ने बढ़ती महंगाई का ख्याल रखा है. साल 2012 के विधानसभा चुनाव में एक उम्मीदवार अपने प्रचार के लिए 16 लाख रुपये तक ही खर्च कर सकता था. लेकिन 10 साल बाद अब इसे बढ़ाकर 40 लाख रु कर दिया गया है. इसका मतलब ये कि चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के खर्चे को 250 % बढ़ा दिया है.
हालांकि उम्मीदवारों को इसके लिए एक अलग खाता खोलना होगा. 10 हजार रुपये से अधिक के सभी लेनदेन चेक, RTGS या ड्राफ्ट के जरिए ही करना होगा.
यह भी पढ़ें: Gujarat Assembly Elections: 10 साल में 250 गुना बढ़ गया चुनावी खर्च, कितना खर्च कर पाएंगे उम्मीदवार?
ABP न्यूज की खबर के मुताबिक चुनाव आयोग (election Commission) ने गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर कई सरकारी संस्था को हर एक कैंडिडेट को मॉनिटर करने को कहा है. इनमें इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, राज्य की पुलिस, रिजर्व पुलिस फोर्स समेत कई एजेंसियां शामिल हैं.
बता दें 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में एक उम्मीदवार की चुनाव खर्च सीमा 70 लाख रुपए थी. साल 2022 में हुए उपचुनाव के लिए कोई उम्मीदवार 95 लाख तक खर्च कर सकता था. कहा जा रहा है कि महंगाई का हवाला देकर 2024 के लोकसभा चुनाव में इस सीमा को बढ़ाई जा सकती है.
यह भी पढ़ें: EWS Reservation: SC के फैसले का BJP ने किया स्वागत, कांग्रेस नेता बोले- सुप्रीम कोर्ट जातिवादी है