गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राजकोट पहुंचकर गेमिंग जोन अग्निकांड वाले घटनास्थल का दौरा किया. जिस जगह 27 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. सीएम वहीं पहुंचे. उनके साथ गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी भी थे. इसके बाद दोनों घायलों का हाल जानने अस्पताल भी पहुंचे.
गुजरात सरकार ने मरने वालों के परिवार जनों के लिए 4 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने का फैसला किया.
वहीं, एक और अपडेट ये कि गेमिंग जोन चला रहे लोगों ने फायर डिपार्टमेंट से NOC भी नहीं मिला था. पुलिस ने गेमिंग जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
पूरे गुजरात के गेमिंग जोन बंद
राजकोट गेम ज़ोन दुर्घटना के बाद गुजरात के सभी गेम जोन बंद करने के गुजरात सरकार के आदेश दिया है. पूरे गुजरात के सभी गेम जोन की जांच की जाएगी. जो भी गेम ज़ोन फायर सेफ्टी परमिशन के बिना चल रहा होगा उसे तत्काल प्रभाव से सील करने के भी आदेश दिए गए हैं. राज्य के सभी जिलाधिकारी और एसपी, पुलिस कमिश्नर को सीएम ने आदेश दिए हैं.
SIT में ये अधिकारी शामिल किए गए
गुजरात सरकार ने राजकोट गेम जोन हादसे की जांच के लिए SIT का गठन किया है. सरकार ने इसकी कमान पुलिस महानिदेशक सीआईडी क्राइम सुभाष त्रिवेदी की अगुवाई में कमेटी गठित की है. इसमें सरकार ने आईएएस अधिकारी बंछानिधि पानी को शामिल किया है. वे अभी कमिश्नर टेक्निकल एजुकेशन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. इसके साथ सरकार ने एसआईटी में फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री,गांधीनगर के निदेशक एच पी संघवी को शामिल किया है. इसके अलावा SIT में अहमदाबाद के चीफ फायर ऑफिसर जे एन खड़िया के साथ क्वालिटी कंट्रोल, मकान और मार्ग विभाग सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर एम बी देसाई को शामिल किया है.
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