गुरुग्राम (Gurugram) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां चक्करपुर इलाके में एक महिला के अंदर कोरोना (Corona) का ऐसा डर बैठा कि उसने खुद को और अपने बेटे को 3 साल तक घर में बंद (Locked Self and Son) रखा.
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पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला के पति सुजान माझी ने पुलिस से संपर्क किया, सुजान खुद 2020 में लॉकडाउन प्रतिबंध हटने के बाद ऑफिस के लिए बाहर निकले और तब से उन्हें भी घर में एंट्री नहीं मिली. वो इस पूरे वक्त में घर के दरवाजे पर राशन और सब्जियां रख देते थे.
सुजान के अनुरोध पर पुलिस की एक टीम मंगलवार को महिला के घर पहुंची और मां-बेटे को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया. घर के अंदर का दृश्य भी परेशान करनेवाला था...चारों तरफ कचरा, बाल और गंदगी बिखरा हुआ था. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, महिला कोविड-19 के कारण दहशत की स्थिति में थी और उसे विश्वास था कि अगर उसने घर से बाहर कदम रखा तो उसका बेटा मर जाएगा.