Gyanvapi Survey: इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शनिवार को दूसरे दिन सर्वे (Survey) जारी है. सर्वे सुबह करीब 9 बजे शुरू हुआ. सर्वे के दूसरे दिन मुस्लिम पक्ष ने भी एएसआई (ASI) की टीम और हिंदू पक्ष के साथ इसमें हिस्सा लिया. शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का बहिष्कार किया था.
मुस्लिम पक्ष के वकील मुमताज अहमद ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम एएसआई के सर्वेक्षण से संतुष्ट हैं. कल तक हम सर्वे में हिस्सा नहीं ले रहे थे लेकिन आज हम हिस्सा ले रहे हैं और एएसआई टीम की सहायता कर रहे हैं.”
हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने मुस्लिम पक्ष के सर्वे में हिस्सा लेने पर ख़ुशी ज़ाहिर की और उम्मीद जताई की जल्दी ही इस काम को पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा, “उनका (मुस्लिम पक्ष) का सम्मान है, स्वागत है, अच्छी बात है. सर्वे में सहयोग करें. शांतिपूर्वक सहयोग हो जाए और एक बहुत बड़े मुद्दे का प्राक्षेप हो जाए. सर्वे से सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी.”
मुस्लिम पक्ष ने सर्वे के खिलाफ़ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. जिस पर अदालत ने शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष की अपील ठुकराते हुए अपने अंतिम निर्णय में एएसआई के सर्वे को मंजूरी दे दी थी.
बिना खुदाई के जीपीआर तकनीक से हो रहा है सर्वे
एएसआई ज्ञानवापी में यह सर्वे बिना किसी खुदाई या ड्रिलिंग के कर रही है. इसके लिए जीपीआर (ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार) तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. जीपीआर तकनीक से बिना ज़मीन खोदे इसके 10 मीटर भीतर तक धातु और बाकी संरचनाओं के बारे में जानकारी मिल जाती है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक दिन पहले ही ज्ञानवापी में सर्वे की इजाज़त दी थी. हालांकि अदालत ने कहा था कि इस दौरान मस्जिद के ढांचे से कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती और न ही किसी तरह की खुदाई या ड्रिलिंग हो सकती है. कोर्ट ने यह भी कहा था कि मस्जिद परिसर में मौजूद हिंदू प्रतीकों से भी किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए.