ज्ञानवापी मस्जिद मामले में विवाद गहराता जा रहा है. अब ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का वीडियो कोर्ट से पक्षकारों को मिलने के साथ ही लीक हो गया है. सोमवार को कई न्यूज चैनलों पर मस्जिद में सर्वे का वीडियो चला. इस वीडियो में ज्ञानवापी की दीवारों पर कलाकृतियां के साथ दीवारों पर त्रिशूल के चिह्न भी देखे जा सकते हैं.
मीडिया में वीडियो के चलते ही हिन्दू पक्ष ने इससे पल्ला झाड़ लिया. वहीं, मुस्लिम पक्ष ने दावा किया कि जिन लोगों को अदालत से वीडियो मिले हैं, उन लोगों ने ही इसे लीक किया है. मुस्लिम पक्ष के वकील अभयनाथ यादव ने आरोप लगाया कि इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश है. उन्होंने कहा कि मेरी तरफ लगातार दो दिनों तक दी गईं दलीलों से वह लोग परेशान हो गए हैं.
वीडियो वायरल करने वाले लोग चाहते हैं कि जनमानस को उभार करके देश में अशांति फैलाई जा सके. वीडियो लीक करना और सार्वजनिक करना अदालत के आदेश की भी अवहेलना है. उन्होंने कहा कि इस बारे में अदालत में आवेदन किया जाएगा, और इस पर लीगल एक्शन लेने की भी कोर्ट से गुहार लगाई जाएगी.
वहीं हिन्दू पक्ष के वकील सुधीर जैन ने कहा कि हम लोगों को मिला लिफाफा अभी तक खोला ही नहीं गया है. अभी हम लोगों को पता चला कि वीडियो कुछ प्लेटफार्म पर चल रहा है. अब हम कोर्ट से इस बारे में शिकायत करेंगे. हम लोगों को कोर्ट से चार लिफाफे मिले थे, चारों लिफाफे अभी तक सील बंद हैं. हम लोगों ने लीक नहीं किया है. हालांकि हिंदूपक्ष ने इसे साजिश बताते हुए सीलबंद लिफाफे को मंगलवार को कोर्ट को सौंपने की बात कही है.
बता दें कि ज्ञानवापी मामले पर सोमवार की शाम अदालत की तरफ से सर्वे की रिपोर्ट और वीडियो के साथ फोटोग्राफ सौंप दिए गए थे. पक्षकारों को रिपोर्ट सौंपने से पहले शपथपत्र भी लिया गया. शपथपत्र में इस बात का जिक्र था कि इसे सार्वजनिक नहीं किया जाएगा. शपथपत्र देने के साथ ही बंद लिफाफे में रिपोर्ट और वीडियो की सीडी पक्षकारों को सौंप दी गई. लिफाफे फिलहाल हिन्दू पक्ष को ही मिले हैं.
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