History 29th June: 29 जून 1901 में राजेंद्र नाथ लाहिड़ी (Rajendra Nath Lahiri) का बंगाल में जन्म हुआ. वे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिवीर थे. राजेंद्र नाथ का नाम उन चार क्रांतिकारियों में शामिल है, जिन्हें अगस्त 1925 में काकोरी ट्रेन एक्शन के लिए ब्रिटिश सरकार द्वारा फांसी दी गई. काकोरी ट्रेन एक्शन द्वारा स्वाधीनता सेनानियों ने सरकारी खजाना लूटकर जनता को यह संदेश दिया कि क्रांतिकारी आम जनता के नहीं, बल्कि शासन के विरोधी हैं. इस एक्शन में चार क्रांतिकारियों को मृत्यु दंड दिया गया, इसमें राजेंद्र नाथ लाहिड़ी के साथ अन्य तीन मुख्य क्रांतिकारी थे- राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह.
19 दिसंबर 1927 में उन्हें अन्य क्रांतिकारियों के साथ उत्तर प्रदेश के अलग अलग जेलों में फांसी दी गई. राजेंद्रनाथ ने अपने अंतिम वचन में कहा था, 'मैं मरने नहीं जा रहा, बल्कि भारत को स्वतंत्र कराने के लिए पुनः जन्म लेने जा रहा हूं.'
इसके अलावा भारत में सामाजिक-आर्थिक नियोजन और नीति तैयार करने में सांख्यिकी के महत्व के बारे में जन जागरूकता पैदा करने के लिए देश में प्रत्येक वर्ष 29 जून को राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद रोजाना की जिंदगी में और योजना एवं विकास की प्रक्रिया में सांख्यिकी के महत्त्व के प्रति लोगों को जागरूक करना है.
यह दिन भारत के प्रख्यात सांख्यिकीविद दिवंगत प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जन्मतिथि के अवसर पर मनाया जाता है. महालनोबिस ने एक सांख्यिकी मापक तैयार किया. 29 जून, 1893 को उनका जन्म हुआ. उन्होंने द्वितीय पंचवर्षीय योजना में औद्योगिकीकरण के लिए भारत की रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. महालनोबिस ने भारतीय सांख्यिक संस्थान की स्थापना की. प्रशांत महालनोबिस ने मौसम विज्ञान और मानव विज्ञान में सांख्यिकी के अनुप्रयोग में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. आर्थिक योजना और सांख्यिकी विकास के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान की वजह से उनकी जयंती को राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है.
इतिहास का तीसरा अंश आईफोन से जुड़ा हुआ है. 29 जून 2007 को एप्पल इनकोऑपरेटेड ने स्टीव जॉब्स की अगुवाई में अपना पहला आईफोन बाजार में उतारा, जिसने मोबाइल फोन के बाजार में क्रांति ला दी. आईफोन के लॉन्च के बाद से स्मार्टफोन तकनीक में तेजी से विकास हुआ और यह हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया. आईफोन ने न सिर्फ संचार के तरीके को बदल दिया, बल्कि इंटरनेट ब्राउजिंग, कैमरा फोटोग्राफी और मोबाइल ऐप्स के उपयोग में भी एक नई दिशा दी.
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