नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान और भारत के बीच के विवादों को लेकर कहा कि हमें बातचीत से मुद्दों को सुलझाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि दोस्त हम अपने दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं. अगर हम अपने पड़ोसियों के साथ दोस्ती के साथ रहेंगे तो दोनों आगे बढ़ेंगे. अगर दुश्मनी रखेंगे तो आगे नहीं बढ़ सकते. पीएम मोदी ने भी कहा है कि दो देशों के मामले को सुलझाने के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है. मामले को बातचीत के जरिए भी सुलझाया जा सकता है, लेकिन कहां है वो बातचीत?'
उन्होंने कहा, 'आज नवाज शरीफ प्रधानमंत्री (पाकिस्तान के) बनने वाले हैं और वे कह रहे हैं कि हम (भारत के साथ) बात करने के लिए तैयार हैं. लेकिन आखिर क्या कारण है कि हम बातचीत करने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं?'
फारुख अबदुल्ला ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि 'बातचीत क्यों नहीं हो रही है? अगर हमने बातचीत से ये नहीं सुलझाया तो हमारा भी वही हाल होगी, जो आज गाजा और फिलिस्तीन का हो रहा है, जिनपे इजराइल बमबारी कर रहा है.'
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