यूपी (Uttar Pradesh) में रमजान के महीने में इफ्तार पार्टी (Iftar Party) के बहाने सियासत भी देखने को मिल रही है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अभी तक इफ्तार पार्टी नहीं दी है. लेकिन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कई इफ्तार पार्टी में नजर आए हैं.
आजम खान के साथ हैं अखिलेश यादव
इसी कड़ी में शनिवार को अवध क्लार्क होटल में आयोजित इफ्तार पार्टी में अखिलेश यादव भी पहुंचे. यहां उन्होंने आजम खान को लेकर कहा कि हम आजम खान (Azam Khan) के साथ हम हैं. सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि स्पीकर का मुद्दा पहले भी रहा है. अब क्यों मुद्दों को भटकना चाहते हैं. यूपी में ला एंड ऑर्डर का मुद्दा है, कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. इसे सरकार देखे, लगातार हत्या हो रही है, अपराधी बेलगाम हैं.
शिवपाल ने आजम खान से सीतापुर जेल में की थी मुलाकात
बता दें कि हाल ही में अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने आजम खान से सीतापुर जेल में मुलाकात की थी. शिवपाल यादव ने उनकी रिहाई न होने के लिए अखिलेश से लेकर मुलायम तक को जिम्मेदार बताया था. ऐसे में अखिलेश का आजम को लेकर दिया गया ताजा बयान काफी अहम माना जा रहा है. शिवपाल की आजम के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश और आजम के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है. शिवपाल ने कहा था कि आजम खान सपा के संस्थापक सदस्य थे तो उनके ऊपर हो रहे जुल्म के खिलाफ समाजवादियों को लोकसभा और विधानसभा में आवाज उठानी चाहिए थी.
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उन्होंने कहा था कि नेताजी को आजम खान की रिहाई के लिए धरने में बैठना चाहिए था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेताजी का सम्मान करते हैं. ऐसे में अगर नेताजी आंदोलन में शामिल होते तो जरूर आजम खान के साथ न्याय होता. सियासी गलियारों में चर्चा है कि शिवपाल, आजम खान का विश्वास हासिल करना चाहते हैं. वो उनके बहाने सपा के मुस्लिम वोटबैंक का विश्वास हासिल करना चाहते हैं, ताकि अखिलेश के सामने मजबूत चुनौती पेश कर सकें.