चीन के साथ एलएसी पर चल रहे विवाद के बीच थलसेना प्रमुख (Army Chief) जनरल एम एम नरवणे (MM Naravane) ने बड़ा बयान दिया है. सेना दिवस से पहले बोलते हुए नरवणे ने स्वीकार किया कि भले ही एलएसी के कई विवादित जगहों पर डिसइंगेजमेंट हो चुका है लेकिन अभी भी बड़े इलाके में चीनी सैनिकों को वापस जाना बाकी है. आर्मी चीफ नरवणे ने इसके साथ ये चेतावनी भी दी कि यदि चीन ने युद्ध थोपने की कोशिश की तो भारत न सिर्फ जवाब देगा बल्कि जीतेगा भी. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि संघर्ष आखिरी रास्ता है.
भारत और चीन के मिलिट्री कमांडर्स के बीच चल रही मीटिंग को लेकर सेना प्रमुख ने उम्मीद जताई कि आखिरी विवादित इलाके, हॉट-स्प्रिंग के पैट्रोलिंग प्वाइंट यानि पीपी-15 पर इसमें चर्चा की जा रही है ताकि इसे भी सुलझा लिया जाए. अरूणाचल प्रदेश में चीनी सेना की गतिविधियों कों लेकर थलसेना प्रमुख ने कहा कि जब तक भारत और चीन के बीच सीमा विवाद नहीं सुलझता है, एलएसी पर विवाद होते रहेंगे. उन्होनें कहा कि सीमा विवाद दोनों देशों के संबंधों में कांटे की तरह चुभता रहेगा.
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जनरल ने ये भी बताया कि पाकिस्तान से नियंत्रण रेखा (LoC) पर खतरा किसी भी तरह से कम नहीं हुआ है. उनके मुताबिक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में लॉन्चपैड और प्रशिक्षण शिविरों में 350-400 आतंकवादी मौजूद हैं