IPC vs Bharatiya Nyay Sanhita 2023: गृहमंत्री अमित शाह ने देश के क्रिमिनल लॉ (Criminal law) में बदलाव के लिए तीन विधेयक लोकसभा में पेश किए. प्रस्तावित विधेयक के मुताबिक ब्रिटिश काल से लागू आईपीसी की जगह भारतीय न्याय संहिता ले लेगी और इसमें काफी कुछ ऐसा होगा जो आईपीसी से अलग होगा. मसलन दफा 420 का मतलब अब धोखाधड़ी और फ्रॉड नहीं होगा न ही दफा 302 का मतलब हत्या से होगा.
एक नज़र उन कानूनों और उनके सेक्शन नंबर पर जो बदल जाएंगे:
धोखाधड़ी और फ्रॉड
पहले
IPC की धारा 420
प्रस्तावित बदलाव
भारतीय न्याय संहिता का सेक्शन 316
हत्या
पहले
IPC की धारा 302
प्रस्तावित बदलाव
भारतीय न्याय संहिता का सेक्शन 99
रेप
पहले
IPC की धारा 375-376
प्रस्तावित बदलाव
भारतीय न्याय संहिता का सेक्शन 63
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इसी तरह आईपीसी के सेक्शन 124 A के तहत आने वाले राजद्रोह को हटाकर प्रस्तावित भारतीय न्याय संहिता के सेक्शन 150 में तहत रखा गया है. हालांकि इसमें “राजद्रोह” या सेडिशन शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है.
सरकार के मुताबिक इन विधेयकों का मकसद अंग्रेजों के ज़माने से चले आ रहे अप्रासंगिक कानूनों में सुधार करना और न्याय व्यवस्था बेहतर बनाना है.