दिल्ली-एनसीआर में 150 से ज्यादा स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद बुधवार सुबह विद्यार्थियों और अभिभावकों में दहशत फैल गई. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में लोकसभा चुनाव के दौरान एक आतंकवादी समूह द्वारा गहरी साजिश का संकेत मिला है, आशंका है कि धमकी भरा मेल ‘आईएसआईएस मॉड्यूल’ द्वारा भेजा गया. दिल्ली पुलिस की Anti Terrorism Unit Special Cell ने ईमेल आईडी का डोमेन रूस में पता लगया है और संदेह है कि इसे ‘डार्क वेब’ की मदद से बनाया गया, जो एक एन्क्रिप्टेड (कूट) content है जो व्यक्तियों को दूसरों से अपनी पहचान और स्थान छिपाने की अनुमति देती है.
एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) भी जांच कर सकता है क्योंकि एक आतंकवादी समूह की भूमिका संदेह के घेरे में है और ‘‘साजिश’’ के पहलू से पूरे भारत में जांच हो सकती है. पुलिस और अग्निशमन सेवाओं को बुधवार सुबह छह बजे जब स्कूलों से बड़ी संख्या में कॉल आने लगीं तो सुरक्षा अधिकारी हरकत में आ गए. दिल्ली पब्लिक स्कूल (मथुरा रोड), डीपीएस (साकेत), संस्कृति स्कूल, एमिटी स्कूल (साकेत), डीएवी (मॉडल टाउन), डीपीएस (द्वारका) और सेंट मैरी स्कूल (मयूर विहार) समेत अन्य विद्यालयों को बुधवार को ईमेल से धमकी मिली. नोएडा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शहर के सात स्कूलों को ईमेल से धमकी मिली है.
अभिभावक को अपने बच्चों को स्कूल छोड़े हुए अभी लगभग एक घंटा ही हुआ था कि उन्हें स्कूल प्रशासन से संदेश मिला, जिसमें बताया गया कि विद्यालय को ई-मेल के जरिए छात्रों की सुरक्षा को लेकर धमकी मिली है. विद्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने की सूचना होने के बाद अभिभावक अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल पहुंचने लगे। इस दौरान विद्यालयों के बाहर अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया. सूचना मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस ने तत्काल कदम उठाते हुए बम निरोधक दस्तों और खोजी कुत्तों के साथ स्कूल परिसरों में सघन तलाशी ली. स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस को अपने श्वान दस्ते और बम निरोधक दस्ते को लगातार एक स्कूल से दूसरे स्कूल में भेजना पड़ा। सुबह से शाम तक पुलिस लगातार सक्रिय रही. पुलिस ने बताया कि जिन स्कूलों को धमकी मिली है, उनकी संख्या बढ़ सकती है क्योंकि वे अभी सूची तैयार कर रहे हैं.