J&K: टेरर फंडिंग मामले में अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Yasin malik) को उम्रकैद की सजा होने के बाद कश्मीर में हाई अलर्ट (High Alert) जारी कर दिया गया है. यासीन के समर्थन में पाकिस्तान (Pakistan) के खुलकर सामने आने के बाद आतंकी गतिविधियों की आशंका भी तेज हो गई है. इसी को देखते हुए कश्मीर में तैनात सभी सशस्त्र बलों की छुट्टियां (Leave) अगले आदेश तक रद्द कर दी गईं हैं.
खबरों के मुताबिक, 'हरकत 313' नाम के एक आतंकी संगठन को घाटी में अशांति फैलाने का जिम्मा दिया गया है. कई रिपोर्ट्स में बताया गया कि आतंकी संगठन को वाटर पावर प्लांट्स उरी- I और उरी- II के सहित सरकारी बुनियादी ढांचे पर हमले शुरू करने का जिम्मा दिया गया है. ऐसी भी खबरें है कि आतंकवादी अनंतनाग में इमरजेंसी लैंडिंग स्ट्रिप को निशाना बना सकते हैं.
वहीं यासीन मलिक के आतंकी हमले का शिकार हुए वायुसेना के अधिकारी रवि खन्ना की पत्नी ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है. निर्मल खन्ना ने कहा कि मैं अभी भी न्याय का इंतजार कर रही हूं, और चाहती हूं कि उसे फांसी की सजा हो.
निर्मल ने कहा, ‘जजों ने अपने विवेक से जो भी सजा सुनाई है मैं उसका स्वागत करती हूं. वो लोग मुझसे ज्यादा अच्छे से जानते हैं कि इस मामले में कौन सी सजा देनी चाहिए.’
बता दें कि रवि खन्ना की 25 जनवरी, 1990 को श्रीनगर में हत्या कर दी गई था. उन्हें कथित रूप से जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख मलिक के नेतृत्व वाले एक ग्रुप ने गोली मार दी थी. इस हमले में चार भारतीय वायुसेना कर्मियों की मौत हो गई थी.