राजस्थान सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले में मारे गए चार लोगों के दो परिवारों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.सरकार ने इन परिवारों के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी और एक-एक डेयरी बूथ आवंटित करने की भी घोषणा की है.अधिकारियों के अनुसार सरकार के इस आश्वासन के बाद पीड़ित परिवार, उनके रिश्तेदार तथा अन्य लोग मंगलवार शाम शवों का अंतिम संस्कार करने पर सहमत हो गए. ये लोग पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता एवं अन्य मदद की मांग को लेकर चौमूं थाने के बाहर धरने पर बैठे थे.
रविवार शाम को आतंकवादी हमले में राजेंद्र सैनी (42), उनकी पत्नी ममता (40), उनकी रिश्तेदार पूजा सैनी (30) और उसके दो साल के बेटे टीटू की मौत हो गई थी। इस घटना में पूजा का पति पवन घायल हो गया.रविवार शाम को आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस गोलियां बरसाईं, जिससे बस खाई में गिर गई.फलस्वरूप नौ लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गए.
राजेंद्र और ममता चौमूं के रहने वाले थे जबकि पूजा चौमू रोड पर हरमाड़ा इलाके में अजमेरा की ढाणी की रहने वाली थी.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 'एक्स' पर लिखा,‘‘जम्मू-कश्मीर में तीर्थ यात्रियों की बस पर हुए कायराना हमले में चौमूं, जयपुर के चार नागरिकों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है.अथाह दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनशील सरकार द्वारा पीड़ित प्रति परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी.’’
उन्होंने लिखा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार मृतकों के परिजनों के साथ है और उन्हें हर सम्भव संबल प्रदान करने हेतु संकल्पबद्ध भी है. मुख्यमंत्री ने लिखा,‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में आज नए भारत में आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि इस कायरतापूर्ण हमले में शामिल कोई भी आतंकी हमारी सुरक्षा बलों द्वारा किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाएगा.’’
चौमूं के उपखंड अधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि दोनों पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा प्रत्येक परिवार में एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने तथा डेयरी बूथ आवंटित करने का आश्वासन सरकार की ओर से दिया गया है.उन्होंने कहा कि इसके बाद शव, उनके परिजनों को सौंप दिए गए.इस हमले में जान गंवाने वालों के परिजनों एवं अन्य लोगों ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को नौकरी एवं आर्थिक सहायता देने संबंधी अपनी मांगों को लेकर चौमूं पुलिस थाने के बाहर धरना दिया था.इन चारों के शव मंगलवार को ट्रेन से जयपुर लाये गये थे। यहां से इन्हें चौमूं ले जाया गया.
राजेंद्र के दो बेटे एवं एक बेटी है.वे चौमूं में रेडीमेड कपड़े की दुकान चलाते थे और घर के एकमात्र कमाने वाले थे.