केरल की 17 साल की लड़की (Kerala teen) देवानंदा ने अपने लिवर (Liver) का एक हिस्सा दान कर अपने बीमार पिता की जान बचा ली, और भारत की सबसे कम उम्र की अंग दाता (Organ donation) बन गई.
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हालांकि, इसके लिए 12वीं की छात्रा देवानंदा को कानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ी...क्योंकि भारत में नाबालिगों को अंग दान करने की इजाजत नहीं है. ऐसे में देवानंदा ने केरल हाईकोर्ट में अर्जी डाली और कोर्ट ने मंजूरी दे दी. इसके बाद देवानंदा ने 9 फरवरी को अपने लिवर का एक हिस्सा अपने पिता को दान कर दिया और उन्हें अक नई जिंदगी दी. वहीं, देवानंदा भी करीब एक हफ्ते अस्पताल में रहने के बाद पूरी तरह ठीक हैं और मार्च में होने वाली 12वीं की परीक्षा की तैयारी में जुट गई हैं.