Lakhimpur rape case news : लखीमपुर खीरी में दो नाबालिग बहनों से रेप-हत्या (Rape-Murder) और फिर पेड़ से लटकाने के मामले को लेकर पुलिस-प्रशासन से लेकर सियासी गलियारे तक में हड़कंप मचा है. 24 घंटे के अंदर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी (Arrested) कर ली है लेकिन विपक्ष (Opposition) यूपी सरकार पर हमलावर है.
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यूपी सरकार ने मामले में कठोर कार्रवाई और आरोपियों को ऐसी सजा देने की बात कही है कि यह अपराधियों के लिए एक नजीर बन जाए. मामले को लेकर चौतरफा निशाने पर आई यूपी सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा मामला फास्टट्रैक कोर्ट में ले जाएंगे और आरोपियों को ऐसी सजा मिलेगी कि ऐसे अपराधियों की रूह कांप जाएगी. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है, आरोपियों की सजा मिसाल बनेगी.
वहीं, विपक्ष ने मामले को लेकर यूपी में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया और योगी सरकार पर हमला बोला. बीएसी सुप्रीमो मायवती ने ट्वीट कर कहा कि यूपी में अपराधी बेखौफ हैं क्योंकि सरकार की प्राथमिकताएं गलत हैं. यह घटना यूपी में कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा आदि के मामले में सरकार के दावों की पोल खोलती है. यूपी सरकार अपनी नीति, कार्यप्रणाली व प्राथमिकताओं में जरूरी सुधार करे.
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SP अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति बताया. उन्होंने कहा कि पीड़ित पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामे और सहमति के बेटी का पोस्टमार्टम किया गया.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया कि रोज अखबारों और टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती. आखिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं?
वहीं आप सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया कि अपनी दो बेटियों को इस तरह खोनेवाली पीड़ित मां को लखीमपुर का SP कह रहा है “मैं न्यायसंगत बात ही सुनूंगा, ग़लत बात मत कीजिए” आदित्यनाथ जी अगर आपके निक्कमे प्रशासन ने इस परिवार की फ़रियाद पहले सुनी होती तो दो बेटियों की जान नहीं जाती.