Lasa Fever: एक के बाद एक कोरोना (Corona) के नए वेरिएंट के कहर के बीच अब दुनिया पर लासा फीवर (Lasa Fever) का खतरा मंडरा रहा है, जो फिलहाल नाइजीरिया (Nigeria) में तेजी से फैल रहा है. नाइजीरिया सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (NCDC) के अनुसार यहां इस साल 88 दिनों में लासा फीवर से 123 लोगों की मौत (Death) हो चुकी है. जबकि, अब तक 659 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. उधर, ब्रिटेन में भी दो मरीज मिले हैं जबिक एक मौत हुई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार लासा फीवर एक्यूट वायरल हैमोरेजिक फीवर होता है जो लासा वायरस के कारण होता है. जो आमतौर पर चूहों (Mouse) को मल-मूत्र (Urine) के जरिए फैलता है. चूहों के यूरिन और गंदगी के संपर्क में आए घर के सामान या खाद्य पदार्थ के इस्तेमाल से शख्स इससे संक्रमित हो सकता है.
इस बीमारी से पीड़ित शख्स में लक्षण (Symptoms) दिखने की बात करें तो तेज बुखार, सिर दर्द, गले में खराश, मांसपेशी में दर्द, डायरिया, पेट दर्द, सीने में दर्द, खांसी, जी मिचलाना जैसी समस्या हो सकती है. हालांकि, WHO की मानें तो इस बीमारी से संक्रमित 80 फीसदी लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखता.
वहीं पीड़ित शख्स पर इसके प्रभाव की बात करें तो वायरस से शरीर के प्रमुख अंग लिवर, स्प्लीन और किडनी को बुरी तरह प्रभावित होने के सबूत मिले हैं. जबकि, गंभीर मरीजों की मौत का कारण ऑर्गन फेल्योर हो सकता होता है.