देश की ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर नहीं रहीं. पिछले एक महीने से वो जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही थीं ठीक वसंत पंचमी के अगले दिन रविवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन पर देक्ष के हर क्षेत्र के दिग्गजों ने शोक जताया है. महाराष्ट्र के CM उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया है कि लता दीदी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. लता मंगेशकर के निधन पर सबसे पहले ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंचने वालों में नितिन गडकरी भी शामिल थे. उन्होंने इसे अपनी निजी क्षति बताते हुए कहा- देश की कई पीढ़ियों ने लता की आवाज का जादू महसूस किया है. ये पूरे देश की हानि है...
इसी तरह तमाम सियासी जगत के तमाम दिग्गजों ने भी लता मंगेशकर को अपने-अपने तरीके से याद किया.