ज्ञानवापी मस्जिद विवाद (Gyanvapi Masjid controversy) के बीच शनिवार को उत्तर प्रदेश के देवबंद में मुस्लिम धर्म गुरुओं (Muslim religious leaders) का बड़ा जलसा जुटने वाला है. जमीयत उलेमा-ए-हिन्द (Jamiat Ulema-e-Hind) ने ये कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें अलग अलग संगठनों के तमाम धर्म गुरु शामिल होंगे. देवबंद के ईदगाह में आयोजित होनेवाले इस कॉन्फ्रेंस में 5000 मौलाना, इमाम, धर्मगुरु और मुस्लिम बुद्धिजीवी शामिल हो सकते हैं.
बताया जा रहा है कि इस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से ज्ञानवापी और कुतुब मीनार को लेकर चल रहे विवाद पर चर्चा की जाएगी. इसके अलावा कॉमन सिविल कोड (Common Civil Code) और मुस्लिम समुदाय से जुड़े दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है.
इससे पहले भी किसी बड़े मुद्दे के सामने आने पर जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ऐसे जलसे आयोजित करती रही है. लेकिन वो जलसे दिल्ली में होते रहे हैं. लेकिन, इस बार जलसे के आयोजन के लिए देवबंद को चुना गया...क्योंकि देवबंद में दारुल उलूम भी है जो शिक्षा का बड़ा केंद्र है और देशभर के मुसलमानों की नजरें देवबंद पर होती हैं,
बता दें कि जमीयत उलेमा-ए-हिन्द भारत का धर्मनिरपेक्ष संगठन है जो राजनीतिक प्रक्रिया में पूरी तरह हिस्सा भी लेता है. तमाम राजनीतिक दलों से उसके बेहतर संबंध हैं.