Kuno National Park: 70 साल के लम्बे इंतजार के बाद एक बार फिर भारत में चीते की गुर्राहट (Cheetah roar) सुनाई देगी. अपने जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (PM Modi Releases Cheetahs) नामीबिया से लाए गए चीतों (Cheetah From Namibia) को मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में लीवर खींचकर 2 चीतों को छोड़ा. 6 चीते इससे पहले ही छोड़े जा चुके थे. नामीबिया से कुल आठ चीते भारत पहुंचे हैं. अपने नए ठिकाने पर पहुंचते ही चीते बड़ी शान से घूमते नजए आए. जब तक नए मेहमान यहां की हवा पानी और माहौल में ढल नहीं जाते, जब तक इन्हें विशेष बाड़ों में रखा जाएगा. जिसमें इन्हें एक से तीन महीने तक का वक्त लग सकता है. इस दौरान वन्यजीव विशेषज्ञ इन पर विशेष नजर रखेंगे. इसके बाद जंगल में छोड़ा जाएगा.
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कुछ लोगों के मन में ये भी सवाल है कि आखिर भारत सरकार ने नामीबिया से ही चीते क्यों मंगाए ? दरअसल भारत और नामीबिया के तापमान और माहौल में चीते लिए काफी समानताएं हैं. नामीबिया में दिन और रात की लंबाई और तापमान लगभग भारत के समान है. मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6 से 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है, जो चीतों के लिए अनुकूल माना जाता है.
कूनो नेशनल पार्क पहुंचने से पहले चीतों को लम्बा सफर तय करना पड़ा. नामीबिया से एक विशेष विमान चीतों को ग्वालियर के महाराजा एयरपोर्ट (Maharaja Airport Gwalior) लेकर पहुंचा. यहां से सेना के तीन विशेष हेलीकॉप्टर चिनूक (Chinook Helicopter) सभी आठ चीतों को लेकर कूनो नेशनल पार्क पहुंचे. जिसके बाद इनका मेडिकल टेस्ट किया गया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लीवर खींचकर चीतों को आजाद किया, और इस खास मौके को फोटाग्राफी कर कैमरे में कैद कर लिया.