अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार की शाम भयानक तबाही (Cloudburst at Amarnath Holy Cave) आई. शाम 5 बजकर 30 मिनट पर अचानक बादल फटने से एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा अभी भी 35 से ज्यादा लोग लापता है. भारतीय सेना, NDRF, ITBP, Jammu-Kashmir Police सहित अर्द्धसैनिक बलों की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.
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ITBP ने जानकारी दी कि शाम को अमरनाथ गुफा (Amarnath Cave) के बास तेज बारिश शुरू हो गई थी... इसके बाद हमने श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वे अपने टेंट छोड़कर दूसरी जगह चले जाएं. लेकिन फिर अचानक ही बादल फट गया. इसके बाद वहां मौजूद श्रद्धालुओं में हाहाकार मच गया. कई लोग नदी की धारा में बह गए तो कुछ को बचा लिया गया... बादल फटने से नदी की तेज धारा निकली जिसमें कई टेंट भी बह गए... घटना के बाद के वीडियो दहशत से भर देने वाले है. आधार कैंप में अचानक पानी आने से 25 टेंट और तीन कम्युनिटी किचन बर्बाद हो गए.
घटना के बाद ऐसा लगा, मानों पवित्र गुफा के पास अचानक सैलाब उमड़ आया हो. श्रद्धालु भी खौफ से भर उठे... नदी की तेज धारा के साथ जो मलबा बहकर आया था उसकी चपेट में पहाड़ के ऊपर हिस्से पर मौजूद टेंट नहीं आए. हालांकि, यही मलबा नीचे के टेंट बहा ले गया. ITBP के PRO विवेक पांडे ने बताया कि पानी का तेज बहाव करीब 30-40 टेंट बहा ले गया. गनीमत ये थी कि ITBP ने टेंट में से ज्यादातर लोगों को समय रहते निकाल लिया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, “श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. मनोज सिन्हा जी से बात की और स्थिति की जानकारी ली.’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बचाव और राहत अभियान जारी है. प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है.” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय बलों और जम्मू कश्मीर प्रशासन को निर्देश दिया कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से प्रभावित लोगों को बचाने का कार्य तेजी से किया जाए.