Partha Cahtterjee and Arpita Mukherjee arrest: पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) की जेल में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. दरअसल, अर्पिता के वकील और जांच एजेंसी दोनों को अंदेशा है कि उसकी जान को खतरा है. अर्पिता के वकील ने शुक्रवार को दावा किया उनके मुवक्किल को जान को खतरा है. हम उसके लिए एक डिवीजन 1 कैदी श्रेणी चाहते हैं. उनके भोजन और पानी की पहले जांच की जानी चाहिए और फिर दिया जाना चाहिए. इससे पहले ईडी के अधिकारियों ने भी माना कि अर्पिता मुखर्जी की जान को खतरा हो सकता है.
जिसके बाद कोर्ट ने अर्पिता मुखर्जी को जेल भेजने के पहले कई कड़े निर्देश जारी किए. आदेश हुआ कि अर्पिता के सेल में चार से अधिक कैदियों को नहीं रखा जा सकेगा. कुछ भी खाने-पीने की वस्तुओं या भोजन के पहले उस खाने का टेस्ट होगा तभी उसे अर्पिता मुखर्जी खाएंगी. यही नहीं अर्पिता को 24 घंटे, सातों दिन गार्ड्स की निगरानी में रखा जाएगा. ईडी को पूछताछ करने के लिए जेल में ही अनुमति होगी.
बता दें कि अर्पिता मुखर्जी के खिलाफ ईडी, मनी लॉन्ड्रिंग केस में जांच कर रही है. अर्पिता व बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी को बीते 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. तभी से दोनों जेल में हैं. शुक्रवार को स्पेशल कोर्ट ने दोनों की हिरासत को 18 अगस्त तक बढ़ा दी है. स्पेशल कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज करने के बाद हिरासत अवधि बढ़ाई है.
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