बेंगलुरु के एक दुकानदार की पिटाई मामले में पुलिस ने कहा कि ये विवाद सांप्रदायिक नहीं था. रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने स्पष्ट किया कि आरोप के समर्थन में कोई ठोस सबूत फिलहाल नहीं मिला है और शिकायत में भी इसका जिक्र नहीं किया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की मानें तो, "हिंदू और मुस्लिम दोनों ही दुकानदार पर हमला करने वाले ग्रुप में शामिल थे."
बता दें कि सोमवार को बेंगलुरू से एक वीडियो सामने आया था...जिसमें कुछ युवक एक दुकानदार को बेरहमी से पीट रहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी की तरफ से कहा गया, "पीड़ित दुकानदार अज़ान के वक्त हनुमान चालीसा का पाठ सुन रहा था. इसलिए उसे मुस्लिम युवकों ने पीटा."
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