बिहार (Bihar) की राजधानी पटना के एक दिहाड़ी मजदूर का बेटा अब अमेरिका में पढ़ाई करेगा. फुलवारी शरीफ में गोनपुरा गांव के रहने वाले प्रेम को अमेरिका के मशहूर लाफायेट कॉलेज ने ग्रेजुएशन करने के लिए 2.5 करोड़ की स्कॉलरशिप दी है. प्रेम लाफायेट कॉलेज (Lafayette College America) में चार साल तक मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इंटरनेशनल रिलेशनशिप की पढ़ाई करेंगे. 2.5 करोड़ की स्कॉलरशिप (Scholarship) में पढ़ाई के साथ-साथ रहने के पूरे खर्चे भी कवर होंगे. इनमें ट्यूशन फीस, घर, किताबें, हेल्थ इंश्योरेंस, आने-जाने का खर्च शामिल है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि पूरी दुनिया में केवल 6 लोगों का इसके लिए चयन हुआ है. इनमें पटना का प्रेम भी शामिल है. दुनिया की समस्याओं का हल निकालने के लिए प्रतिबद्ध छात्रों को यह सम्मान मिलता है. प्रेम को एक संस्थान की मदद से यह स्कॉलरशिप मिली हैं. 17 साल के प्रेम की इस उपलब्धि पर उसके पिता जीतन मांझी ही नहीं बिहार और पूरे देश को गर्व हो रहा है. बताते चले कि प्रेम बिहार के महादलित मुसहर समुदाय से आते हैं और अपने परिवार से कॉलेज जाने वाले पहले सदस्य होंगे. उनका परिवार गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) की श्रेणी में आता है और राशन कार्डधारक है. वे वर्तमान में शोषित समाधान केंद्र में 12वीं कक्षा के छात्र हैं.
कैसे मिली ये स्कॉलरशिप
दरअसल 14 वर्ष की उम्र में प्रेम को राष्ट्रीय संगठन डेक्स्टेरिटी ग्लोबल ने उसकी प्रतिभा को पहचाना और उसे संस्थान में जगह दी. तब से उसे डेक्स्टेरिटी ने लगातार प्रशिक्षित किया. जिसके बाद प्रेम इस स्कॉलरशिप के लिए चुना गया. डेक्सटेरिटी ग्लोबल एक राष्ट्रीय संगठन है, जो शैक्षणिक अवसरों और प्रशिक्षण के माध्यम से भारत और विश्व के लिए नेतृत्व की अगली पीढ़ी तैयार करने में जुटा है.
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पिछले सप्ताह डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक व सीइओ और बिहार के प्रसिद्ध सामाजिक उद्यमी शरद सागर ने घोषणा की कि संगठन के करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम ‘डेक्सटेरिटी टू कॉलेज’ के तहत छात्रों ने अब तक विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों से 100 करोड़ से भी अधिक की छात्रवृत्ति प्राप्त की है. बता दें कि ईस्टर्न पेनसिलवेनिया में साल 1826 में स्थापित लाफायेट कॉलेज को लगातार अमेरिका के टॉप 25 कॉलेजों में जगह मिली. इसे अमेरिका के 'हिडन आइवी' कॉलेजों की कैटेगरी में गिना जाता है.
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