बिहार के समस्तीपुर (Samastipur) से एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक निर्धन माता-पिता को अपने मृत बेटे का शव लेने के लिए दर दर जाकर भीख मांगनी पड़ी. ऐसी खबरें हैं कि दंपत्ति के बेटे का शव देने के ऐवज में मॉर्चरी स्टाफ ने 50 हजार रुपये घूस की मांग की थी.
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बुधवार को पीड़ित महेश ठाकुर ( Mahesh Thakur ) और उनकी पत्नी ने समस्तीपुर के इलाकों में घर घर जाकर भीख मांगी. समस्तीपुर सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने खुद इस मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया- हमें मीडिया से जानकारी मिली कि एक बॉडी को रिलीज करने के ऐवज में 50 हजार रुपये मांगे गए हैं. यह मानवता के खिलाफ है. हमने पोस्टमॉर्टम हाउस के कथित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत कर दी है.
मानसिक रूप से बीमार बेटा लापता था
महेश ठाकुर, ताजपुर पुलिस स्टेशन के कस्बे अहार गांव के रहने वाले हैं. मानसिक रूप से बीमार उनके बेटे इस साल 25 मई से लापता थे. 7 जून को बेटे का शव मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में मिला था. पुलिस को शव अज्ञात अवस्था में मिला था, लिहाजा उसने पोस्टमॉर्टम के लिए उसे भेज दिया था.
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ताजपुर थानाक्षेत्र ( Tajpur Police Station ) में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी इसलिए स्थानीय पुलिस ने महेश ठाकुर को शव की शिनाख्त करने के लिए बुलाया था. परिवार जब पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचा, कर्मचारियों ने पहले तो शव दिखाने से ही इनकार कर दिया. बार बार निवेदन के बाद परिवार को इसकी अनुमति दी गई. शव की शिनाख्त करने के बाद मॉर्चरी में मौजूद कर्मचारी ने 50 हजार रुपयों की डिमांड कर डाली.