बिहार (Bihar) के बक्सर (Buxar) जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां एक शख्स को कोर्ट ने 43 साल बाद जेल से रिहा किया है. मुन्ना सिंह नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ फायरिंग (Firing) के एक मामले में जब मुकदमा दर्ज किया गया तब उसकी उम्र महज 10 साल 5 महीने थी. तब मुन्ना सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148 और 307 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
1979 की है घटना
ये मामला सितंबर 1979 का है. इस घटना में लोगों का एक समूह बक्सर के चौगई गांव में एक स्थानीय व्यापारी के साथ मारपीट और हत्या के प्रयास में कथित रूप से शामिल था. आरोप है कि इसमें यह 10 साल का बच्चा भी शामिल था.
शिकायतकर्ता की अनुपस्थिति में मुन्ना सिंह बरी
मामले की सुनवाई बक्सर जिला अदालत के किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष 2012 से चल रही थी. मामले की सुनवाई के दौरान किशोर न्याय बोर्ड के पीठासीन अधिकारी डॉ. राजेश सिंह ने बार-बार शिकायतकर्ता और गवाहों को नोटिस जारी किया, लेकिन उनमें से कोई भी उसके सामने पेश नहीं हुआ और उनकी अनुपस्थिति में मुन्ना सिंह को बरी कर दिया गया.
ये भी पढ़ें: Flying Fish Video: पानी के ऊपर प्लेन की तरह उड़ती है ये मछली, उड़ान देखकर आप भी हो जाएंगे हैरान
मुन्ना सिंह अब 53 साल का है. उसने फैसले पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन मामले के लंबे समय तक लंबित रहने पर यह कहते हुए खेद जताया कि न्याय में बहुत देरी हुई है.