दो तस्वीरें... दोनों दिल्ली के जहांगीरपुरी की है. एक तस्वीर में लोग सफेद कपड़ों में नजर आ रहे हैं तो दूसरी तस्वीर में भगवा कपड़ों में.. अब एक एक कर तस्वीरें देखते हैं. पहली तस्वीर में लोग सफेद कुर्ते-पायजामे और जालीदार टोपी पहने नजर आ रहे हैं. माथे पर जालीदार टोपी है और हाथों में तलवार और लाठी डंडे... सामने एक झुंड दिखाई दे रही है. दोनों झुंड के बीच पुलिस खड़ी है. सामने से जय श्री राम के नारे की आवाज आ रही है. तो इधर से अल्लाह हूं अकबर के नारे लग रहे हैं.
वहीं दूसरी तस्वीर में लोग हाथों में भगवा झंडे लिए दिखाई दे रहे हैं. उनके हाथों में पिस्टल , शॉटगन , तलवार , चाकू , फरसा , भाला दिखाई दे रहा है. हालांकि जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि उसने गोली चलाई.
सबसे पहले एक नजर डालते हैं. उन 14 नामों पर जिनको पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जाहिद, अंशार, शहजाद, मुक्तयार, मोहम्मद अली शाह, आमिर, अक्सर, नूर आलम, असलम, जाकिर, अकरम, इम्तियाज, मोहम्मद अली और ताहिर...
यानी कि सभी के सभी मुस्लिम समुदाय के लोग. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब शांति भंग करने की कोशिश दोनों तरफ से की गई तो कार्रवाई एकतरफा क्यों? क्या दूसरे पक्ष के लोग हाथों में पिस्टल और भाला लेकर शांति से पूजा करने निकले थे ?? वीडियो में दिख रहे ये असमाजिक तत्व कब गिरफ़्तार होंगे ?
जानकारी यह भी मिली है कि एक शख्स जिसपर गोली चलाने का आरोप है वह नाबालिग है. इंडिया टुडे के मुताबिक परिवार वालों ने बर्थ सर्टिफिकेट दिखाते हुए कहा कि लड़के का जन्म 2005 में हुआ था. इस हिसाब से लड़के की उम्र 17 साल है. हालांकि पुलिस ने FIR में दावा किया है कि गोली चलाने वाले शख्स की उम्र 22 साल है. सवाल यह भी उठता है कि बर्थ सर्टिफिकेट के अलावा उम्र के लिए और क्या दलील हो सकती है.?