दिल्ली समेत अनेक राज्यों में लगातार बारिश जारी है. इसकी वजह से यमुना का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है. यमुना किनारे बसे लोगों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक के बाद उन्होंने कहा कि यमुना के 206 मीटर के निशान को छूने पर नदी के आस-पास के निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह केंद्रीय जल आयोग के संपर्क में हैं और उन्होंने दावा किया कि मौसम की भविष्यवाणियों से संकेत मिलता है कि भले ही और बारिश होगी, लेकिन भारी बारिश नहीं होगी.
उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि विशेषज्ञों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ की स्थिति संभवत: पैदा नहीं होगी. मूसलाधार बारिश और यमुना के बढ़ते जल स्तर पर बैठक करने के बाद केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार स्थिति पर निकटता से नजर रख रही है और इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
ये भी पढ़ें: Delhi rain: दिल्ली में खतरे के निशान पर यमुना! नदी में उतरीं CM केजरीवाल की मंत्री आतिशी...देखें VIDEO
इस दौरान सीएम केजरीवाल ने सभी राजनीतिक दलों से यह कहते हुए आरोप-प्रत्यारोप से परहेज करने का आग्रह किया कि यह एक-दूसरे पर उंगली उठाने और निशाना साधने का समय नहीं है. केजरीवाल ने केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, "यमुना नदी दिल्ली में 203.58 मीटर पर बह रही है. कल सुबह इसके 205.5 मीटर तक पहुंचने की उम्मीद है. इसके अलावा, मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार, यमुना में जल स्तर बढ़ने की उम्मीद नहीं है. अगर यमुना 206 मीटर के निशान को पार कर जाती है, तो हम नदी के किनारों से निकासी शुरू कर देंगे."
उन्होंने कहा, "अप्रत्याशित बारिश ने लोगों के लिए समस्या पैदा कर दी है और दिल्ली की प्रणाली इसे झेलने में सक्षम नहीं थी. बारिश के बाद हर साल कुछ इलाकों में पानी भर जाता है और कुछ ही घंटों में पानी निकल जाता है, लेकिन 153 मिलीमीटर बारिश अप्रत्याशित है। ऐसा करीब 40 साल पहले हुआ था." मुख्यमंत्री ने कहा कि वह केंद्रीय जल आयोग के संपर्क में हैं और उन्होंने दावा किया कि मौसम की भविष्यवाणियों से संकेत मिलता है कि भले ही और बारिश होगी, लेकिन भारी बारिश नहीं होगी.
उन्होंने कहा, "बारिश की वजह से सड़कों पर कुछ गड्ढे हो गए होंगे. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इन्हें पत्थरों से भरा जाएगा. हमने सड़क धंसने की घटनाओं की भी जांच के आदेश दिए हैं. नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र, जो एक वीवीआईपी क्षेत्र है, में जलभराव हो गया है. हमने उनसे (एनडीएमसी) समस्याओं को हल करने के लिए कहा है.
ये भी पढ़ें: Heay Rain in Punjab: पंजाब में भारी बारिश, चंडीगढ़ में 23 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा