दिल्ली और गुरुग्राम वालों के लिए खुशखबरी है. वह दिन दूर नहीं जब आप घर से निकलने के बाद बिना ट्रैफिक जाम (traffic jam)में फंसे सरपट एयरपोर्ट (igi airport) पहुंच जाएंगे. यहीं नहीं, गुरुग्राम आने-जाने में भी आपको ट्रैफिक जाम का सामना नहीं करना होगा. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने दिल्ली में पांच किलोमीटर लंबी नई टनल निर्माण को मंजूरी दे दी है. टनल के निर्माण की कुल लागत करीब 1938.82 करोड़ रुपए रखी गई है. जिसे अगले चार वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
इस टनल के निर्माण के बाद नेल्सन मंडेला मार्ग (Nelson Mandela road) से शिव मूर्ति चौक जुड़ जाएगा. इससे टनल करीब तीन किलोमीटर का चक्कर कम कर देगी. नेल्सन मंडेला मार्ग से शिव मूर्ति चौक तक पहुंचने के लिए वसंत कुंज के कई सेक्टर से होकर गुजरना पड़ता है, जिनमें लालबत्ती होने के कारण जाम लगा रहता है.
करीब पांच किलोमीटर लंबी इस टनल के बनने से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग (national highwy) (दिल्ली-जयपुर (delhi jaipur), द्वारका एक्सप्रेसवे और नेल्सन मंडेला मार्ग) आपस में जुड़ जाएंगे. टनल के निर्माण की कुल लागत करीब 1938.82 करोड़ रुपए रखी गई है. जिसे अगले चार वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
इस टनल को अगले चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है. टनल का निर्माण करने वाली एजेंसी को अगले 10 वर्षों तक रखरखाव की जिम्मेदारी भी उठानी होगी.
इस टनल के बन जाने के बाद तीन राष्ट्रीय राजमार्ग (दिल्ली-जयपुर, द्वारका एक्सप्रेसवे और नेल्सन मंडेला मार्ग) आपस में जुड़ जाएंगे. टनल बनने से नेल्सन मंडेला मार्ग से आईजीआई हवाई अड्डा पहुंचने में कम समय लगेगा. 29 किलोमीटर लंबा द्वारका एक्सप्रेसवे शिव मूर्ति से शुरू होकर दिल्ली-जयपुर हाईवे पर खेड़की दौला टोल प्लाजा (toll plaza) के पास जाकर मिलेगा. इसका 10 किमी का हिस्सा दिल्ली में बन रहा है. जबकि हरियाणा के हिस्से का 19 किमी लंबा एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है. द्वारका एक्सप्रेसवे (dwarka express way)74 किमी लंबी अर्बन एक्सटेंशन रोड(urban extention road) से भी जोड़ा जा रहा है. जैसे ही टनल तैयार होगी तो नेल्सन मंडेला मार्ग से वाहन टनल के रास्ते सीधे दिल्ली के बाहर निकल सकेंगे.
नेशनल मंडेला मार्ग स्थित एनएच-148एई से शिव मूर्ति चौक स्थित एनएच-248बीबी (द्वारका एक्सप्रेसवे) व एनएच-48 (दिल्ली-जयुपर) की दूरी करीब 8 किलोमीटर है. नेशनल हाईवे के चलते इस हिस्से में वाहनों का दबाव काफी अधिक रहता है, जिससे व्यस्त समय में जाम लगता है. कई बार इस दूरी को तय करने में 20-30 मिनट लग जाते हैं. सुरंग बनने से यह दूरी घटकर 4.983 किलोमीटर रह जाएगी.