Deoghar ropeway accident: झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के करीब 46 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue operation) खत्म हो गया. लेकिन जिस तरह से सेना के जवान (army) लोगों की जिंदगियों को बचाने में लगे रहे वो उनके जज्बे को दिखाने के लिए काफी है. इस ऑपरेशन में 47 लोगों की जान बचाई गई और एयलिफ्ट के दौरान 2 ने दम तोड़ा दिया. तस्वीरों में आप देख सकते हैं वायुसेना (airforce) की मदद से कैसे लोगों को ट्रॉली से सुरक्षित निकाला जा रहा है. वायुसेना, ITBP, NDRF, पुलिस बल मिलकर लगातार रेस्क्यू में जुटे थे. इस ऑपरेशन में 3 हेलीकॉप्टर (Helicopter) लगाए गए थे.
हालांकि ऑपरेशन के आखिरी समय में रस्सी टूटने की वजह से एक महिला जमीन पर गिर गई. खबर है कि इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इससे पहले, दो ट्रालियों के सटे होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
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वहीं सोमवार को एयरलिफ्ट करने के दौरान एक व्यक्ति की गिरने से मौत हो गयी. रेस्क्यू के दौरान हेलीकॉप्टर में घुसने से पहले सेफ्टी बेल्ट खुल जाने से मौत हुई है. युवक की मौत के बाद शाम 6 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन रोक देना पड़ा था.
बता दें कि त्रिकूट रोपवे में रविवार की शाम बड़ा हादसा हो गया था. करीब 4:30 बजे रोपवे जैसे ही डाउन स्टेशन से चालू हुआ कि पहाड़ की चोटी पर स्थित रोप-वे के यूटीपी स्टेशन का रोलर अचानक टूट गया. रोपवे दुर्घटनाग्रस्त होने से 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इलाज के दौरान एक की मौत हो गई थी, वहीं 48 लोग रोपवे में फंसे थे.