DU Syllabus: दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडरग्रैजुएट स्तर पर इतिहास के सिलेबस में कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इतिहास के चौथे और पांचवें सेमेस्टर के सिलेबस से ब्राह्मणीकरण (Brahmanization) शब्द हटा दिया गया है. इसके साथ ही “असमानता” (inequality) का पेपर भी सिलबेस से हटा दिया गया है.
नए बदलाव के तहत चौथे सेमेस्टर में ‘धर्म और धार्मिकता’ शीर्षक वाले सामान्य वैकल्पिक (General elective) से ‘ब्राह्मणीकरण’शब्द को हटा दिया गया है. बदलाव के बाद नए शीर्षक का नाम ‘भारतीय उपमहाद्वीप में धार्मिक परंपराएं’ हो गया है. इसमें ‘ब्राह्मणीकरण’ की बजाय ‘शैव’, ‘शाक्त’ और ‘वैष्णव’ शब्दों को शामिल किया गया है.
इसी तरह, पांचवें सेमेस्टर के पेपर ‘भारतीय इतिहास में महिलाएं’ से ‘ब्राह्मणवादी’ शब्द को हटा दिया गया है. पहले इसका नाम ‘ब्राह्मणवादी पितृसत्ता पर फोकस के साथ पितृसत्ता का विकास’ था. बदलाव के बाद अब इसका नाम ‘प्रारंभिक भारत में पितृसत्ता का विकास’ है.
रिपोर्ट के अनुसार ये बदलाव न्यू एजुकेशन पॉलिसी, 2020 के तहत सिलेबस रिव्यू के दौरान किए गए हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय में अकादमिक मामलों पर फैसला लेने वाली ऐकेडमिक काउंसिल ने इन बदलावों पर मुहर लगा दी है.
डीयू के सिलेबस में पहले भी समय-समय पर ऐसे कई बदलाव हुए जो मीडिया में चर्चा का विषय बने हैं.