संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) सोमवार को देशभर में 'विश्वासघात दिवस' (Vishwasghat Diwas) मनाने जा रहा है. मोदी सरकार के खिलाफ पूरे देश में किसान जिला और तहसील स्तर पर बड़े प्रदर्शन करेंगे. मोर्चे से जुड़े किसान संगठनों का दावा है कि ये कार्यक्रम पूरे देश में कम से कम 500 जिलों में आयोजित किए जाएंगे. किसान नेताओं ने मोदी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है.
किसान नेताओं का आरोप है कि 15 जनवरी के फैसले के बाद भी केंद्र सरकार ने 9 दिसंबर के अपने पत्र में किया कोई वादा पूरा नहीं किया है. MSP के मुद्दे पर सरकार ने कमेटी के गठन की कोई घोषणा नहीं की है.किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए केसों को तत्काल वापस लेने और शहीद परिवारों को मुआवजा देने के वादे पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि 'मिशन उत्तर प्रदेश' जारी रहेगा, जिसके जरिए इस किसान विरोधी सत्ता को सबक सिखाया जाएगा. बता दें कि सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने एक साल से लंबे वक्त तक आंदोलन किया। गुरुपर्व के दिन पीएम मोदी ने किसानों से माफी मांगते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था.