वाराणसी के ज्ञानवासी केस (Gyanvasi Case)अब नया और दिलचस्प मोड़ आ गया है. हिन्दू पक्ष की तरफ से 5 वादी (Hindu Pintiffs) एक वादी राखी सिंह ने केस वापस लेने का ऐलान किया है. वादी राखी सिंह (Rakhi Singh) कल अपना केस वापस ले लेंगी. हालांकि हिन्दू पक्ष का कहना है कि बाकी 4 वादी अपने रुख पर तटस्थ हैं, और यह केस चलता रहेगा.
सीता साहू
मंजू व्यास
लक्ष्मी देवी
और रेखा पाठक हैं
बताया जा रहा है कि ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के दौरान विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन (Jitendra Singh Bisen) पक्ष की ओर से मौजूद नहीं थे. इसके बाद ही फूट की आशंका बढ़ गई थी.
क्या है मामला?
दरअसल 18 अगस्त 2021 को 5 महिलाएं श्रृंगार गौरी मंदिर में रोजाना पूजन-दर्शन की मांग को लेकर कोर्ट पहुंचीं थीं. महिला वादियों ने कोर्ट से कहा था कि श्रृंगार गौरी मंदिर में पहले की परंपरा के मुताबिक, साल में 2 बार ही पूजा होती थी. लेकिन इन महिलाओं की मांग है कि अब परिसर में मौजूद अन्य देवी देवताओं की रोजाना पूजा अर्चना में बाधा ना आए. सिविल जज (जूनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद 26 अप्रैल को अजय कुमार मिश्रा को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया था. उन्होंने वीडियोग्राफी सर्वे करके 10 मई को अपनी रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था. मिश्रा ने वीडियोग्राफी और सर्वे के लिये छह मई का दिन तय किया था.