राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नेता इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने हरिद्वार धर्म संसद में हाल ही में अल्पसंख्यकों के खिलाफ दिए गए भाषणों की तीखे शब्दों में आलोचना की है. उन्होंने कहा कि भड़काऊ और विभाजनकारी कमेंट करने वालों को बिना किसी अपवाद के कानून के मुताबिक दंडित किया जाना चाहिए. न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में इंद्रेश ने नफरत फैलाने वाली राजनीति को ''भ्रष्टाचार'' की तरह माना और सभी राजनीतिक पार्टियों और उनके नेताओं से नफरत फैलाने और समाज के एक वर्ग को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने से परहेज करने का आह्वान किया.
उत्तराखंड के हरिद्वार और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हाल में धर्म संसद में दिए गए नफरत पैदा करने वाले भाषणों को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'किसी भी तरह की हेट स्पीच की आलोचना की जानी चाहिए. सभी नफरती भाषणों की आलोचना की जानी चाहिए और कानून के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए. किसी को भी अपवाद के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए.' इंद्रेश ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों की ओर से आरएसएस और इसकी विचारधारा को जिम्मेदार ठहराने के लिए आड़े हाथ लिया और कहा कि इनके पास कोई सबूत नहीं है फिर भी निराधार आरोप लगा रहे हैं.
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