यूं तो मानसून (monsoon)का इंतजार हर किसी को बेसब्री से होता है. मानसून की बारिश (monsoon rain) में मिट्टी की सोंधी खुशबू हर किसी को आकर्षित करती है. प्रकृति जहां बारिश की बूंदों को अपने भीतर संजोते हुए हरी भरी हो जाती है, वहीं किसान भी खुश हो जाते हैं. क्योंकि मानसून की बारिश फसलों को बड़े प्यार से सींचती है.
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लेकिन, यही मानसून जब कहर बन कर बरसती है, तो शहर में तबाही का मंजर दिखता है. इस बार का मानसून अपने साथ आफत और तबाही के साथ नजर आई. हिमाचल प्रदेश के शिमला, कुल्लू, मनाली और जम्मू घूमने गए पर्यटकों को प्रकृति के विकराल रूप का सामना करना पड़ा.
मानसूनी बारिश की वजह से उफान पर आई ब्यास नदी ने बहुत से घरों को आगोश में ले लिया. आफत की इस बारिश में कईयों की जिंदगी तबाह हो गई और कईयों के घर मकान, गृहस्थी बर्बाद हो गई.
चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा ब्यास नदी में बह गया. भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में भूस्खलन हुआ. इस मानसून में हुई भारी बारिश की तबाही की तस्वीरें आपका दिल दहला देंगी.