Delhi Pollution: तूफान 'सितरंग' (Cyclone Sitrang) ने जहां बंगाल, ओडिशा (Bengal) (Odisha) और पूर्वोत्तर राज्यों (northeast states) के साथ साथ बांग्लादेश (Bangladesh) में कहर बरपाया है, वहीं दिल्लीवासियों (Delhiites) को राहत की 'सांस' दी है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो कई वजहों के एक साथ होने के अद्भुत संयोग की वजह से इस बार दिवाली के बाद हवा की क्वालिटी (air quality) अपेक्षाकृत अच्छी रही साथ ही हवा में घुला पटाखों का धुंआ भी छटने लगा. दरअसल ये कमाल किया है हजारों किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान 'सितरंग' ने...इसकी वजह से दिल्ली की आबोहवा दिवाली के धुएं और पंजाब-हरियाणा की पराली को मात देने में सफल रही है.
दरअसल दिवाली के ठीक पहले बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना. इसकी वजह से बंगाल ओडिशा समेत कई राज्यों में भारी बारिश शुरू हो गयी. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर एक चक्रवातीय सिस्टम उसी altitude यानी समुद्र से एक समान ऊंचाई पर विकसित होता है जहां प्रदूषण के कारक मौजूद हों तो ये एक अलग तरह का सिस्टम उत्पन्न करता है.
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आपको बता दें कि शिलांग और दिल्ली समुद्र से लगभग समान ऊंचाई पर हैं ऐसे में चक्रवात की वजह से दिल्ली में एक एंटीसाइक्लोनिक सिस्टम पैदा हुआ और पछुआ हवाएं चलने लगीं. इन हवाओं की रफ्तार भी तेज होती है. ऐसे में दिल्ली के ऊपर जहरीली गैस के गुब्बारों को इन हवाओं ने बाहर निकाल दिया और सिस्टम से प्रदूषण को बाहर फेंक कर दिल्ली वालों को राहत की सांस दी. आपको बता दें कि पिछले 20 सालों में दिवाली की अगली सुबह विजिबिलिटी कभी भी 4 हजार मीटर से ज्यादा नहीं रही लेकिन इस बार हवा के साफ होने से सुबह विजिबिलिटी काफी बेहतर है.