आशरीन सुल्ताना और नागराजू (Ashreen Sultana and Nagaraju ) ने अपनी मोहब्बत को परवान चढ़ाया. शादी की और साथ जीने मरने की कसम खाई. शादी के बाद दोनों अपनी दुनिया में खुश थे, लेकिन सुल्ताना की खुशियों को उसके ही भाइयों की नजर लग गई. नागराज ने मुस्लिम लड़की (Hindu boy marrying a Muslim girl) से शादी करने की कीमत चुकाई. सुल्ताना के भाइयों ने बीच सड़क पर चाकुओं से गोदकर नागराजू (honor killing in hyderabad) की हत्या करदी.
'कोई मदद को सामने नहीं आया'
उस दिन को याद करते हुए सुल्ताना बताती हैं कि 'वहां वो मेरे पति को सरेआम मारते रहे. मैं वहां लोगों से मदद मांगती रही, लेकिन कोई मदद को सामने नहीं आया. ये समाज बेकार है. जिसका दुख है वो खुद ही लड़ेगा'. दरअसल सुल्ताना के भाई इस शादी से खुश नहीं थे. नागराजू , सुल्ताना से शादी के लिए हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए तैयार था. सुल्ताना ने बताया कि उसका भाई उसके भी मारपीट करता था.