Bhagalpur Bridge Collapse: फोटो देख रहे है? ये विकास है..! ई सुशासन बाबू का का विकास है..! सुशासन बाबू के कार्यकाल में बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) के सुल्तानगंज में लगभग 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा एक पुल मामूली आंधी-तूफान का भी सामना नहीं कर पाया और धराशायी हो गया. इस हादसे के कारण जानमाल का तो कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान जरूर हुआ है. वहीं इस पर स्थानीय लोगों की मानें तो पुल का ढांचा गिरने के दौरान कई लोगों की जान बच गई.
जब इसकी सुचना माननीय नेता जी के पास पहुंची तो, घटना पर सुल्तानगंज के विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल का कहना है की मुख्यमंत्री को सूचित कर दिया गया है. मामले की जांच होगी. जदयू के विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पुल बनाने के लिए घटिया सामान का इस्तेमाल किया गया है. पुल बनाने में खूब भ्रष्टाचार हुआ है. करीब 1710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे सुल्तानगंज-अगुवानी पुल की लंबाई तकरीबन 3.160 किलोमीटर बताई जा रही. पुल का हिस्सा गिरने से करोड़ों रुपये के नुकसान की बातें कही जा रही है.
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अगुवानी घाट-सुल्तानगंज पुल 3.160 किलोमीटर लंबा होगा. करीब 1716 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण कराया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी , 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में पुल निर्माण की आधारशिला रखी थी. इसके बाद 9 मार्च, 2015 को पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन किया गया था.
बता दें कि बिहार में पुल गिरने का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले गोपालगंज बना पुल पानी बह गया था. यह धटना 16 जुलाई 2020 की है इस पुल का भी उद्धघाटन नीतीश कुमार ने किया था, जिसकी 264 करोड़ आई थी लागत. बिहार पुल निर्माण विभाग ने बनाया था सत्तर घाट पुल, चंपारण तिरहुत और सारण के कई जिलों का संपर्क टूट गया था.
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