दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri Violence) में शनिवार को हुई हिंसा के बाद इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आसमान में ड्रोन तो जमीन पर RAF और पुलिस के जवान तैनात हैं. पुलिस ने अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हालांकि हिंसा के कारणों को लेकर सोशल मीडिया पर कई थ्योरी गढ़ी जा रही है. लेकिन सच क्या है?
हिंसा (Delhi hinsa) में घायल ASI अरुण कुमार बताते हैं कि, हम जल्दी से जुलूस को वहां से निकालना चाहते थे. अचानक जुलूस पर लोगों ने सरिए, डंडों और तलवारों से हमला कर दिया.
सब-इंस्पेक्टर की जुबानी
शविवार को हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर मेदा लाल को गोली लगी है. मेदा लाल बताते हैं कि पहले दोनों गुटों को समझाकर अलग कर दिया था, लेकिन फिर बाद में विवाद बढ़ गया.
चश्मदीद क्या कहते हैं ?
हिंसा के चश्मदीद मुस्लिम बुजुर्ग दावा करते हैं कि मस्जिद पर भगवा झंडा लगाने की कोशिश की गई. ऐसा करने पर मुस्लिन पक्ष की ने समझाने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं बनी और पथराव शुरू हो गया.
हंस राज हंस ने की भाईचारे की अपील
उत्तर-पश्चिम दिल्ली से BJP सांसद हंस राज हंस (Hans Raj Hans) ने सभी से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है.