Joshimath Sinking: उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) में धंसती सड़कें और दरकती दीवारों की बढ़ती घटनाओं का मामला अब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंच गया है. ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ( Swami Avimukteshwarananda Saraswati) ने अपने वकील के जरिए जनहित याचिका दाखिल (PIL) की है. जिसमें सुप्रीम कोर्ट से सरकार को प्रभावित लोगों के पुनर्वास और उनको आर्थिक मदद मुहैया कराने का आदेश देने की अपील की गई है.
याचिका में भू-स्खलन, भू-धंसाव जैसी घटनाओं से निपटने के लिए उसे राष्ट्रीय आपदा की श्रेणी में घोषित किए जाने की मांग की गई है. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट से ये भी अपील की गई है कि केंद्र और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को इस मामले में तुरंत कदम उठाने, और एनटीपीसी और सीमा सड़क संगठन को राहत कार्यों में मदद करने का आदेश दिया जाए.
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