Kanjhawala Death Case : स्कूटी सवार एक युवती को टक्कर मारने और फिर उसके शव को कार से 12 किलोमीटर तक घसीटे जाने के मामले में गृह मंत्रालय सक्रिय हो गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने कंझावला कांड पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली पुलिस में स्पेशल कमिश्नर शालिनी सिंह को विस्तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपने को कहा गया है.
इस घटना के एक दिन बाद बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में सोमवार को लोगों ने प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि पुलिस बलात्कार के मामले को दुर्घटना मानकर इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है.
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे 'दुर्लभतम अपराध' करार दिया और घटना के जिम्मेदार लोगों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि इस 'अमानवीय' अपराध से उनका सिर शर्म से झुक गया है.
पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस (लॉ ऐंड ऑर्डर) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों के खिलाफ, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर नए आरोप जोड़े जा सकते हैं.
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से मौत और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
युवती की मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा देने की मांग को लेकर सोमवार को बड़ी संख्या में लोग सुल्तानपुरी थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और ट्रैफिक जाम कर दिया. इस घटना का चश्मदीद होने का दावा करने वाले एक शख्स ने आरोप लगाया कि युवती के शव को डेढ़ घंटे से अधिक समय तक घसीटा गया.
सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में युवती का शव निर्वस्त्र अवस्था में दिखा और उसके पैर भी टूटे थे. इसके बाद ये आरोप भी लगाए जाने लगे कि युवती के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस ने कहा कि यह एक हादसा है. बाद में, केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने घटना के बारे में सक्सेना से बात की है.
उन्होंने ट्वीट किया, 'माननीय उपराज्यपाल से कंझावला की घटना पर बात की. उनसे अनुरोध किया कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, उनके खिलाफ IPC की सख्त से सख्त धाराएं लगाई जानी चाहिए. अगर उनके (आरोपियों) उच्च राजनीतिक संबंध हों, तब भी कोई नरमी नहीं दिखाई जानी चाहिए. उन्होंने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।'
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने पुलिस से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या युवती का यौन उत्पीड़न हुआ था और क्या आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है. आयोग ने रविवार को घटना के संबंध में पुलिस को नोटिस जारी किया था.
मालीवाल ने कहा, 'मेरे पास दिल्ली पुलिस के लिए कुछ सवाल हैं. क्या आरोपियों ने युवती का यौन उत्पीड़न किया था? क्या उत्पीड़न का विरोध करने के बाद उसे इस तरह मार दिया गया? उसे कार से कितने किलोमीटर तक घसीटा गया? क्या उस रास्ते पर कोई चौकी या ओसीआर वैन तैनात नहीं थी जहां उसे (युवती) घसीटा गया?'
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सोमवार को उपराज्यपाल सक्सेना के आवास के बाहर धरना दिया और घटना को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की. विधायक आतिशी, सौरभ भारद्वाज और दुर्गेश पाठक सहित आप के लगभग 200 नेता और कार्यकर्ता सिविल लाइंस में राजनिवास के बाहर एकत्र हुए और नारेबाजी की. उपराज्यपाल के आवास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और क्षेत्र में अवरोधक तथा पानी की बौछार छोड़ने वाले वाहन तैनात किए गए हैं.
सक्सेना ने घटना पर हैरानी जताई. उन्होंने रविवार रात एक ट्वीट में कहा, 'कंझावला-सुल्तानपुरी में हुए अमानवीय अपराध से मेरा सिर शर्म से झुक गया है और मैं अपराधियों की राक्षसी असंवेदनशीलता से स्तब्ध हूं. घटनाक्रम पर दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ नजर रख रहा हूं और आरोपियों को पकड़ लिया गया है. सभी पहलुओं पर गहराई से जांच की जा रही है.'
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि मामले का एक आरोपी मनोज मित्तल बीजेपी नेता है और उसकी तस्वीर वाला एक होर्डिंग स्थानीय थाने के बाहर लगा है जहां वह और उसके अन्य दोस्त फिलहाल बंद हैं.
बीजेपी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख हरीश खुराना ने कहा कि पुलिस ने पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए, चाहे वे किसी भी पार्टी के हों. सुल्तानपुरी में प्रदर्शन कर रहे लोगों में से एक ने कहा, 'ऐसे समय में जब लोग सर्दियों में भारी-भरकम कपड़े पहने रहते हैं, तो वह (युवती) निर्वस्त्र कैसे मिल सकती है.'
खुद को घटना का चश्मदीद बताने वाले दीपक ने कहा कि उन्होंने जब कार और उसके नीचे युवती को देखा तो तुरंत पुलिस को फोन किया और कई किलोमीटर तक कार का पीछा किया.
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