कानपुर का कुबेर कहे जा रहे इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के यहां इनकम टैक्स रेड मामले में नया ट्विस्ट आ गया है. पुलिस गिरफ्त में मौजूद पीयूष जैन ने अब अपने जब्त खजाने को वापस मांगने के लिए कोर्ट से गुहार लगाई है. उसने कहा है कि मेरे ऊपर टैक्स चोरी और पेनाल्टी समेत 52 करोड़ रुपए का टैक्स बनता है. लिहाजा ये रकम काटकर मुझे बाकी पैसे वापस लौटा दिए जाएं.
दरअसल डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस यानी DGGI के वकील अंबरीश टंडन (Ambarish Tandon) ने बताया है कि पीयूष पर 32 करोड़ रुपये का टैक्स बनता है उसमें पैनाल्टी मिलाकर 52 करोड़ की देनदारी बनती है. पीयूष ने इसी बयान को आधार बना कर अदालत से गुहार लगाई है.
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अंबरीश टंडन के मुताबिक पीयूष ने कानपुर में तीन कंपनियां बनाई थी. उसने अपने बयान में कबूल भी किया है कि मैंने इन कंपनियों के जरिए चार साल में गुप्त रूप से पान मसाला कम्पाउंड बेचा था. जिससे साबित होता है कि उसने टैक्स चोरी के जरिए रकम जमा की. हालांकि उसने अभी ये नहीं बताया है कि उसने किससे माल खरीदा, किसको बेचा? अहम ये भी है कि कागजों में उसकी कंपनियों का कुल सालाना टर्नओवर 21 करोड़ ही दिखता है.
जाहिर है इस मामले में अभी कई पेंच हैं. फिलहाल, पीयूष जैन 14 दिन की न्यायिक हिरासत में कानपुर जेल में बंद है. अब जान लेते हैं कि कानपुर के इस कुबेर के यहां छापे में क्या-क्या मिला?