कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) ने पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र (Maharashtra) की विधानसभा(Assembly) में लाए गए प्रस्ताव पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि वो हमें भड़का रहे हैं और हमें बांटने की धमकी दे रहे हैं. हम इसकी निंदा करते हैं. राज्य पुनर्गठन अधिनियम (1956 में) पारित हुए कई दशक बीत चुके हैं. दोनों राज्यों में लोग सद्भाव से रहते हैं.
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महाराष्ट्र इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है और इस तरह का प्रस्ताव पारित करना सिर्फ एक राजनीतिक नौटंकी है. कर्नाटक का एक इंच भी महाराष्ट्र में नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court) में लंबित है, तो उन्होंने ऐसा प्रस्ताव क्यों पारित किया? हमारा प्रस्ताव उनसे अलग है. हमारा संकल्प कहता है कि हम अपनी कर्नाटक (भूमि) नहीं जाने देंगे, जबकि वे कहते हैं कि इसे हमसे छीनना चाहते हैं."
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