Lucknow Muharram: देश और दुनिया में आज यानी 29 जुलाई को हजरत इमाम हुसैन (Hazrat Imam Hussain) की शहादत पर मोहर्रम के मातम का एहतमाम किया जा रहा है. इस दौरान देशभर से मातम की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. लेकिन लखनऊ में मोहर्रम के जुलूस की तस्वीर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश कर रही हैं.
अपनी पीठ पर ज़ंजीरज़नी करते नजर आए शिव स्वामी सारंग
लखनऊ में जुलूस के दौरान जब शिया समुदाय के लोग लखनऊ की सड़कों पर मातम मना रहे थे, इस दौरान शिव स्वामी सारंग (Shiv Swami Sarang) भी वहां पहुंच गए और उन्होंने या अली, या हुसैने के नारों के बीच मातम मनाया. मातम के दौरान शिव स्वामी सारंग अपने हाथों से अपनी पीठ पर ज़ंजीर ज़नी करते नजर आए.
क्यों मनाया जाता है मोहर्रम के दिन मामत?
बता दें कि 10 मोहर्रम के दिन कर्बला के मैदान में तब के बादशाह यजीद की फौज के साथ इस्लाम की रक्षा के लिए जंग करते हुए हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इम्माम हुसैन शहीद हो गए थे. दुनियाभर के शिया मुसलमान उनकी शाहदत को याद करते हुए मोहर्रम के दिन काले कपड़े पहनकर मातम मनाते हैं. इस दौरान ताजिया के साथ जुलूस भी निकाला जाता है.