गुरुवार को हमने बिहार (Bihar) के मधुबनी (Madhubani) जिले की एक खबर दिखाई थी. आसमान से ली गई ड्रोन कैमरे की तस्वीरें, जिसमें दूर-दूर तक गड्ढे और उसमें भरा पानी दिख रहा था. इस वीडियो को देख सोशल मीडिया पर लोग गड्ढे में सड़क या सड़क में गड्ढा वाला कमेंट कर सरकार की खिल्ली उड़ा रहे थे. कई लोग सवाल कर रहे थे कि इस स्वीमिंग पूल के बीच से कोई सड़क ढूंढ़ दे तो मान जाएं.
एडिटर जी ने भी इस खबर को प्रमुखता से दिखलाया. इतना ही नहीं इलाके के विधायक अरुण शंकर प्रसाद से भी बात की. अच्छी बात यह है कि NHAI यानी कि नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने खबर को संज्ञान में लेते हुए अगले ही दिन सड़क के समतलीकरण का काम शुरू कर दिया है...
नेशनल हाईवे जयनगर डिवीजन ने सोकिंग मशीन के सहारे एनएच के बीच बने गड्ढो से पहले पानी निकालवाया. फिर बगल से मिट्टी काटकर समतलीकरण का काम शुरू कर दिया. हालांकि इस तरह के प्रयास पिछले कई सालों में दर्ज़नों बार हुए हैं. लेकिन स्थिति फिर वही ढाक के तीन पात वाली है. NHAI के इस प्रयास से बरसात के मौसम में फौरी राहत तो मिल गई है लेकिन इलाके के लोगों को स्थायी समाधान का इंतजार है...
एक बार फिर से इस वीडयो को देखिए. गड्ढे के दो आगे गड्ढे, गड्ढे के दो पीछे गड्ढे नहीं बल्कि सैकड़ों गड्ढे दिखाई देंगे. पहेली ना होते हुए भी यह गड्ढे पहेली जान पड़ेंगे. इस सड़क पर सबसे बड़ा गड्ढा 100 फीट का बताया गया है.. यह सड़क, कलुआही-बासोपट्टी-हरलाखी से गुजरने वाला मुख्य मार्ग है.
मानसी पट्टी से कलना तक सड़क की ऐसी ही हालत है. 2015 के बाद से ही यह सड़क ऐसे ही जर्जर बनी हुई है. अब तक तीन बार टेंडर जारी किया गया है, लेकिन सभी ठेकेदारों ने कुछ दूर सड़क बनाने की खानापूर्ति के साथ काम छोड़ दिया और फरार हो गए. खबर दिखाने के बाद गड्ढों को छिपा तो दिया है लेकिन इसका स्थायी समाधान कब निकलेगा, लोगों को इस बात का इंतजार है.
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