Half Naked Journalists: अर्धनग्न अवस्था में खड़े ये युवा कोई चोर उचक्के नहीं हैं, ये सभी पत्रकार हैं. जिन्हें मध्य प्रदेश के सीधी जिले में पुलिस द्वारा खूब बेइज्जत किया गया. पुलिस ने क्रूरता की हदें पार करते हुए हवालात में इन पत्रकारों को सिर्फ अंडरगारमेंट्स में ही बिठाया गया. इन पत्रकारों की गलती सिर्फ इतनी थी कि इन लोगों ने बीजेपी के विधायक केदारनाथ शुक्ला (Kedarnath Shukla) के खिलाफ खबरें लिखी थी.
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ये तस्वीरें इस वक्त MP पुलिस की बर्बरता का प्रमाण बन चुकी हैं. सोशल मीडिया में ये तस्वीरें वायरल हो रही है. लोग MP पुलिस पर कई सवाल दाग रहे हैं. जैसे-
कांग्रेस ने भी इस मामले में मध्य प्रदेश पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. दिग्वजय सिंह के बेटे पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) ने फोटो ट्वीट करते हुए कहा कि ये MP के सीधी जिले के पुलिस थाने की तस्वीर है. ये अर्धनग्न युवा कोई चोर उचक्के नहीं है, ये लोकतंत्र के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया के साथी है.
वहीं कांग्रेस के माइनॉरिटी अफेयर्स के राष्ट्रीय चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) ने ट्विटर पर लिखा- 'नये भारत के मध्य वाले प्रदेश में पत्रकारों की स्थिति.'
इस मसले पर फजीहत झेलने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने भी सफाई पेश की है. पुलिस ने बताया कि बघेली भाषा में यूट्यूब पर चैनल चला रहे कनिष्क तिवारी (Kanishk Tiwari) समेत कुछ पत्रकारों पर आरोप है कि उन्होंने BJP विधायक केदारनाथ शुक्ला के बेटे की फेक ID बनाकर, सोशल मीडिया पर विधायक को बदनाम करने की कोशिश की. लेकिन सिर्फ आरोपों के आधार पर पुलिस का यूं जज बनकर पत्रकारों को प्रताड़ित करना कहां तक ठीक है? ये बड़ा सवाल है.
बता दें कि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरें 5 अप्रैल की हैं, जब वरिष्ठ रंगकर्मी नीरज कुंदेर की गिरफ्तारी हुई थी. LATEST NEWS: एक CLICK में देश-दुनिया की हर खबर