Manipur Video: मणिपुर के अत्याचार के मामले में एक पीड़िता ने अपना दर्द बयान किया है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मणिपुर में जिन पीड़ितों के कपड़े उतारकर उन्हें नग्न घुमाया गया था, उनमें से एक महिला ने वीडियो पर चुप्पी तोड़ी है. जीवित बचे लोगों में से एक बीस साल की एक महिला ने इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया कि जब भीड़ उनके गांव पर हमला कर रही थी तो पुलिस वहां थी. पुलिस ने उन्हें हमले से बचाया और बचाया और सड़क पर थोड़ी दूर ले गई. हालांकि महिला ने आगे यह भी आरोप लगाया कि बाद में पुलिस ने ही उन्हें भीड़ के हवाले कर दिया.
घटना थाने से महज 2 किमी दूर हुई
वहीं, एफआईआर के मुताबिक कांगपोकपी जिले में जब भीड़ ने हमला किया था, तब लोग अपनी सुरक्षा के लिए जंगल में भाग गए थे. हालांकि, बाद में पुलिस ने उन्हें वहां से सुरक्षित निकला. वे पुलिस स्टेशन की ओर जा रहे थे तभी भीड़ ने उन्हें रोक लिया और पुलिस के सामने ही उन्हें बंदी बना लिया. यह घटना थाने से महज 2 किमी दूर हुई.
मणिपुर की पहाड़ियों में तनाव
इस मामले में 4 मई का एक वीडियो 19 जुलाई को सामने आने के बाद मणिपुर की पहाड़ियों में तनाव बढ़ गया, जिसमें एक युद्धरत समुदाय की दो महिलाओं को दूसरे पक्ष के पुरुषों के एक समूह द्वारा नग्न परेड करते हुए दिखाया गया है.