Manipur violence: मणिपुर हिंसा की आंच मिजोरम के कई इलाकों में भी पहुंची है. मणिपुर में फैली जातीय हिंसा (Manipur violence) के खिलाफ मिजोरम (Mizoram) में मंगलवार को प्रदर्शन हुआ. आइजोल (Aizawl) में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया, और मणिपुर में फैली हिंसा को खत्म करने की अपील की. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इतेजाम किए गए थे. इस मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरूषों ने हिस्सा लिया.
वहीं इस विरोध प्रदर्शन को मुख्यमंत्री जोरमथंगा का भी समर्थन मिला. उन्होंने रैली के समर्थन में अपनी पार्टी ‘मिजो नेशनल पार्टी’ के कार्यालय मंगलवार को बंद रखने की बात कही. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से रैलियों में हिस्सा लेने को भी कहा. एमएनएफ के अलावा भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और जोरम पीपुल्स मूवमेंट समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी रैलियों के समर्थन में अपने पार्टी कार्यालय बंद रखा.
बता दें कि मणिपुर में हिंसा की घटनाओं के बीच अब एक दूसरी चिंता ने राज्य की टेंशन बढ़ा दी है. 22 और 23 जुलाई को म्यांमार के 700 से ज्यादा नागरिक घुसपैठी कर मणिपुर आ गए, जिसको लेकर राज्य सरकार की तरफ से राइफल्स से जानकारी मांगी गई है. सरकार का राइफल्स से ये कहना है कि बिना सही दस्तावेजों के इन नागरिकों ने राज्य में कैसे एंट्री मारी और कैसे इन्हें यहां आने के लिए प्रवेश करने दिया.