Manipur violence: मणिपुर में जारी कुकी और मैतेई समुदायों (Kuki and Meitei communities) के बीच कड़वाहट इतनी बढ़ गई है कि, इसके कारण बसे हुए घर भी उजड़ गए हैं, ये कहानी है कि नगाहोइचोंग और जोतिन (Ngahoichong and Jotin) की. नगाहोइचोंग एक कुकी लड़की है और उसके पति जोतिन मैतेई समुदाय से आते हैं. मणिपुर में जब हिंसा शुरू हुई तो इनका परिवार बिखर गया. नगाहोइचोंग इस वक्त 9 महीने की गर्भवती हैं, और उनकी डिलीवरी कभी भी हो सकती है. इस मुश्किल समय में वो इंफाल से दूर कांगपोकपी (Kangpokpi) के एक राहत शिविर में रह रहीं हैं, नगाहोइचोंग कहती हैं कि "कुकी होने की वजह से उन्हें अपने पति से अलग कर दिया गया, और उनके पति इंफाल में रह रहे हैं. मेरा उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. इस हिंसा में मैंने अपना सब कुछ खो दिया है."
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