Measles Disease Infection: भारत में खसरे के हालात ने चिंता बढ़ा दी है. इस बीमारी ने कई बच्चों की जानें ली हैं. महाराष्ट्र (Measles Outbreak in Maharashtra Mumbai) सहित 3 राज्यों में इसे लेकर हालात ज्यादा चिंताजनक हैं जिसे देखते हुए केंद्र ने 3 सदस्यीय टीमों को तैनात करने का फैसला किया है. ये टीमें राज्यों की हेल्थ अथॉरिटीज की मदद करेंगी.
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इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की संयुक्त रिपोर्ट में सामने आया है कि कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) की शुरुआत के बाद खसरे के टीकाकरण में लगातार गिरावट आई है. दुनिया की बात करें तो 2021 में लगभग 4 करोड़ बच्चे खसरे के टीके की खुराक नहीं ले पाए थे.
लगभग ढाई करोड़ बच्चों ने पहली खुराक नहीं ली जबकि 1.47 करोड़ बच्चे दूसरी खुराक से चूक गए. वैक्सीनेशन में गिरावट होने से लाखों बच्चों में इंफेक्शन का खतरा बना रहता है..
इसी साल यानी 2021 में दुनिया भर में खसरे के लगभग 90 लाख मामले सामने आए थे और इससे जुड़ी 1,28,000 मौतें हुईं. WHO के डायरेक्टर जनरल डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा, “वैक्सीनेशन प्रोग्राम को वापस पटरी पर लाना बेहद जरूरी है.
खसरा सबसे संक्रामक मानव वायरस में से एक है, लेकिन वैक्सीनेशन के जरिए इसे लगभग पूरी तरह से रोका जा सकता है.
महाराष्ट्र खासकर ग्रेटर मुंबई में इन दिनों खसरे को लेकर काफी खौफ है. मंगलवार को इस वजह से एक 8 साल के बच्चे की जान गई. महाराष्ट्र में खसरे की वजह से यह 13वें बच्चे की मौत थी.
राज्य में बच्चों में खसरा संक्रमण के 200 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है. 3 हजार से ज्यादा संदिग्ध मामले पाए गए हैं. ऐसे इलाके जो खसरे से प्रभावित हैं वहां 6 महीने से 5 साल तक के बच्चों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में खसरा संक्रमण के 3,208 संदिग्ध मामले सामने आए हैं. इसमें 9 महीने से कम उम्र के बच्चों में भी कई मामले देखे गए हैं. इसी उम्र के बच्चों की सबसे ज्यादा मौत भी हुई है.