मेघालय (Meghalaya) की राजधानी शिलांग से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित कोंगथोंग (Kongthong) गांव के लोग अपने खास अंदाज के लिए जाने जाते हैं. करीब 700 लोगों के इस गांव में हर व्यक्ति के लिए अलग धुन है. जी हां यहां लोगों को खास धुन या राग से बुलाया जाता है. यही वजह है कि इस क्षेत्र को 'व्हिसलिंग विलेज' (Whistling Village) के नाम से जाना जाता है. किसी व्यक्ति को संबोधित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 'धुन' बच्चे के जन्म के बाद माताओं द्वारा बनाई जाती है. पूर्वी खासी हिल्स जिले में मौजूद कोंगथोंग में लोग अपने गांव वालों तक अपना संदेश पहुंचाने के लिए सीटी बजाते हैं. कोंगथोंग के ग्रामीणों ने इस धुन को 'जिंगरवाई लवबी' कहा है, जिसका अर्थ है मां का प्रेम गीत.
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गाँव वालों के दो नाम होते हैं - एक सामान्य नाम और दूसरा गाने का नाम और गाने के नाम दो संस्करण होते हैं - एक लंबा गाना और एक छोटा गाना और छोटा गाना आम तौर पर घर में इस्तेमाल किया जाता है